NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

NCERT Solutions Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र have been provided below and is also available in Pdf for free download. The NCERT solutions for Class 10 Hindi have been prepared as per the latest syllabus, NCERT books and examination pattern suggested in Class 10 by CBSE, NCERT and KVS. Questions given in NCERT book for Class 10 Hindi are an important part of exams for Class 10 Hindi and if answered properly can help you to get higher marks. Refer to more Chapter-wise answers for NCERT Class 10 Hindi and also download more latest study material for all subjects. पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र is an important topic in Class 10, please refer to answers provided below to help you score better in exams

पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi NCERT Solutions

Class 10 Hindi students should refer to the following NCERT questions with answers for पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र in Class 10. These NCERT Solutions with answers for Class 10 Hindi will come in exams and help you to score good marks

पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र NCERT Solutions Class 10 Hindi

 

NCERT Solutions for Class 10 Hindi for Kshitiz पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

प्रश्न अभ्यास 
 

1. शहनाई की दुनिया में डुमराँव को क्यों याद किया जाता है?

उत्तर

मशहूर शहनाई वादक "बिस्मिल्ला खाँ" का जन्म डुमराँव गाँव में ही हुआ था। इसके अलावा शहनाई बजाने के लिए रीड का प्रयोग होता है। रीड अंदर से पोली होती है, जिसके सहारे शहनाई को फूँका जाता है। रीड, नरकट से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यत: सोन नदी के किनारे पाई जाती है। इसी कारण शहनाई की दुनिया में डुमराँव का महत्त्व है।

 
2. बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई की मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है?
 
उत्तर 


शहनाई ऐसा वाद्य है जिसे मांगलिक अवसरों पर ही बजाया जाता है। उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ शहनाई वादन के क्षेत्र में अद्वितीय स्थान रखते हैं। इन्हीं कारणों के वजह से बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई की मंगलध्वनि का नायक क्यों कहा गया है। 

3. सुषिर-वाद्यों से क्या अभिप्राय है? शहनाई को 'सुषिर वाद्यों में शाह' की उपाधि क्यों दी गई होगी?

उत्तर

सुषिर-वाद्यों से अभिप्राय है फूँककर बजाये जाने वाले वाद्ध। 
शहनाई एक अत्यंत मधुर स्वर उत्पन्न करने वाला वाद्ध है। फूँककर बजाए जाने वाले वाद्धों में कोई भी वाद्ध ऐसा नहीं है जिसके स्वर में इतनी मधुरता हो। शहनाई में समस्त राग-रागिनियों को आकर्षक सुरों में बाँधा जा सकता है। इसलिए शहनाई की तुलना में अन्य कोई सुषिर-वाद्य नहीं टिकता और शहनाई को 'सुषिर-वाद्यों के शाह' की उपाधि दी गयी होगी।

4. आशय स्पष्ट कीजिए -

(क) 'फटा सुर न बख्शें। लुंगिया का क्या है, आज फटी है, तो कल सी जाएगी।

उत्तर

यहाँ बिस्मिल्ला खाँ ने सुर तथा कपड़े (धन-दौलत) से तुलना करते हुए सुर को अधिक मूल्यवान बताया है। क्योंकि कपड़ा यदि एक बार फट जाए तो दुबारा सिल देने से ठीक हो सकता है। परन्तु किसी का फटा हुआ सुर कभी ठीक नहीं हो सकता है। और उनकी पहचान सुरों से ही थी इसलिए वह यह प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें अच्छा कपड़ा अर्थात् धन-दौलत दें या न दें लेकिन अच्छा सुर अवश्य दें।

 
(ख) 'मेरे मालिक सुर बख्श दे। सुर में वह तासीर पैदा कर कि आँखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आँसू निकल आएँ।'
 
उत्तर 


बिस्मिल्ला खाँ पाँचों वक्त नमाज़ के बाद खुदा से सच्चा सुर पाने की प्रार्थना करते थे। वे खुदा से कहते थे कि उन्हें इतना प्रभावशाली सच्चा सुर दें और उनके सुरों में दिल को छूने वाली ताकत बख्शे उनके शहनाई के स्वर आत्मा तक प्रवेश करें और उसे सुनने वालों की आँखों से सच्चे मोती की तरह आँसू निकल जाए। यही उनके सुर की कामयाबी होगी।


5. काशी में हो रहे कौन-से परिवर्तन बिस्मिल्ला खाँ को व्यथित करते थे?

उत्तर

काशी से बहुत सी परंपराएँ लुप्त हो गई है। संगीत, साहित्य और अदब की परंपर में धीरे-धीरे कमी आ गई है। अब काशी से धर्म की प्रतिष्ठा भी लुप्त होती जा रही है। वहाँ हिंदु और मुसलमानों में पहले जैसा भाईचारा नहीं है। पहले काशी खानपान की चीज़ों के लिए विख्यात हुआ करता था। परन्तु अब उनमें परिवर्तन हुए हैं। काशी की इन सभी लुप्त होती परंपराओं के कारण बिस्मिल्ला खाँ दु:खी थे।

6. पाठ में आए किन प्रसंगों के आधार पर आप कह सकते हैं कि -
(क) बिस्मिल्ला खाँ मिली-जुली संस्कृति के प्रतीक थे।
(ख) वे वास्तविक अर्थों में एक सच्चे इनसान थे।

उत्तर

(क) बिस्मिल्ला खाँ मिली जुली संस्कृति के प्रतीक थे। उनका धर्म मुस्लिम था। मुस्लिम धर्म के प्रति उनकी सच्ची आस्था थी परन्तु वे हिंदु धर्म का भी सम्मान करते थे। मुहर्रम के महीने में आठवी तारीख के दिन खाँ साहब खड़े होकर शहनाई बजाते थे व दालमंडी मे फातमान के करीब आठ किलोमीटर की दूरी तक पैदल रोते हुए, नौहा बजाते जाते थे।

इसी तरह इनकी श्रद्धा काशी विश्वनाथ जी के प्रति भी अपार है। वे जब भी काशी से बाहर रहते थे। तब विश्वनाथ व बालाजी मंदिर की दिशा की ओर मुँह करके बैठते थे और उसी ओर शहनाई बजाते थे। वे अक्सर कहा करते थे कि काशी छोड़कर कहाँ जाए, गंगा मइया यहाँ, बाबा विश्वनाथ यहाँ, बालाजी का मंदिर यहाँ। मरते दम तक न यह शहनाई छूटेगी न काशी।

(ख) बिस्मिल्ला खाँ एक सच्चे इंसान थे। वे धर्मों से अधिक मानवता को महत्व देते थे, हिंदु तथा मुस्लिम धर्म दोनों का ही सम्मान करते थे, भारत रत्न से सम्मानित होने पर भी उनमें घमंड नहीं था, दौलत से अधिक सुर उनके लिए ज़रुरी था।

7. बिस्मिल्ला खाँ के जीवन से जुड़ी उन घटनाओं और व्यक्तियों का उल्लेख करें जिन्होंने उनकी संगीत साधना को समृद्ध किया?

उत्तर

बिस्मिल्ला खाँ के जीवन में कुछ ऐसे व्यक्ति और कुछ ऐसी घटनाएँ थीं जिन्होंने उनकी संगीत साधना को प्रेरित किया।
1. बालाजी मंदिर तक जाने का रास्ता रसूलनबाई और बतूलनबाई के यहाँ से होकर जाता था। इस रास्ते से कभी ठुमरी, कभी टप्पे, कभी दादरा की आवाज़ें आती थी। इन्हीं गायिका बहिनों को सुनकर उनके मन में संगीत की ललक जागी।
2. बिस्मिल्ला खाँ जब सिर्फ़ चार साल के थे तब छुपकर अपने नाना को शहनाई बजाते हुए सुनते थे। रियाज़ के बाद जब उनके नाना उठकर चले जाते थे तब अपनी नाना वाली शहनाई ढूँढते थे और उन्हीं की तरह शहनाई बजाना चाहते थे।
3. मामूजान अलीबख्श जब शहनाई बजाते-बजाते सम पर आ जाते तो बिस्मिल्ला खाँ धड़ से एक पत्थर ज़मीन में मारा करते थे। इस प्रकार उन्होंने संगीत में दाद देना सीखा।
4. बिस्मिल्ला खाँ कुलसुम की कचौड़ी तलने की कला में भी संगीत का आरोह-अवरोह देखा करते थे।
5. बचपन में वे बालाजी मंदिर पर रोज़ शहनाई बजाते थे। इससे शहनाई बजाने की उनकी कला दिन-प्रतिदिन निखरने लगी।

रचना और अभिव्यक्ति

8. बिस्मिल्ला खाँ के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताओं ने आपको प्रभावित किया?

उत्तर

बिस्मिल्ला खाँ के व्यक्तित्व की निम्नलिखित बातें हमें प्रभावित करती हैं -

1. ईश्वर के प्रति उनके मन में अगाध भक्ति थी।
2. मुस्लिम होने के बाद भी उन्होंने हिंदु धर्म का सम्मान किया तथा हिंदु-मुस्लिम एकता को कायम रखा।
3. भारत रत्न की उपाधि मिलने के बाद भी उनमें घमंड कभी नहीं आया।
4. वे एक सीधे-सादे तथा सच्चे इंसान थे।
5. उनमें संगीत के प्रति सच्ची लगन तथा सच्चा प्रेम था।
6. वे अपनी मातृभूमि से सच्चा प्रेम करते थे।

9. मुहर्रम से बिस्मिल्ला खाँ के जुड़ाव को अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर

मुहर्रम पर्व के साथ बिस्मिल्ला खाँ और शहनाई का सम्बन्ध बहुत गहरा है। मुहर्रम के महीने में शिया मुसलमान शोक मनाते थे। इसलिए पूरे दस दिनों तक उनके खानदान का कोई व्यक्ति न तो मुहर्रम के दिनों में शहनाई बजाता था और न ही संगीत के किसी कार्यक्रम में भाग लेते थे। आठवीं तारीख खाँ साहब के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती थी। इस दिन खाँ साहब खड़े होकर शहनाई बजाते और दालमंड़ी में फातमान के करीब आठ किलोमीटर की दूरी तक पैदल रोते हुए, नौहा बजाते हुए जाते थे। इन दिनों कोई राग-रागिनी नहीं बजाई जाती थी। उनकी आँखें इमाम हुसैन और उनके परिवार के लोगों की शहादत में नम रहती थीं।

10. बिस्मिल्ला खाँ कला के अनन्य उपासक थे, तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर

बिस्मिल्ला खाँ भारत के सर्वश्रेष्ठ शहनाई वादक थे। वे अपनी कला के प्रति पूर्णतया समर्पित थे। उन्होंने जीवनभर संगीत को संपूर्णता व एकाधिकार से सीखने की इच्छा को अपने अंदर जिंदा रखा। वे अपने सुरों को कभी भी पूर्ण नहीं समझते थे इसलिए खुदा के सामने वे गिड़गिड़ाकर कहते - ''मेरे मालिक एक सुर बख्श दे। सुर में वह तासीर पैदा कर कि आँखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आँसू निकल आएँ।'' खाँ साहब ने कभी भी धन-दौलत को पाने की इच्छा नहीं की बल्कि उन्होंने संगीत को ही सर्वश्रेष्ठ माना। वे कहते थे- ''मालिक से यही दुआ है - फटा सुर न बख्शें। लुंगिया का क्या है, आज फटी है, तो कल सी जाएगी।"
इससे यह पता चलता है कि बिस्मिल्ला खाँ कला के अनन्य उपासक थे।

भाषा अध्यन
 

निम्नलिखित मिश्र वाक्यों के उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखिए - 
(क) यह ज़रुर है कि शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं।
(ख) रीड अंदर से पोली होती है जिसके सहारे शहनाई को फूँका जाता है।
(ग) रीड नरकट से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यत: सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है।
(घ) उनको यकीन है, कभी खुदा यूँ ही उन पर मेहरबान होगा।
(ङ) हिरन अपनी ही महक से परेशान पूरे जंगल में उस वरदान को खोजता है जिसकी गमक उसी में समाई है।
(च) खाँ साहब की सबसे बड़ी देन हमें यही है कि पूरे अस्सी बरस उन्होंने संगीत को संपूर्णता व एकाधिकार से सीखने की जिजीविषा को अपने भीतर जिंदा रखा।

उत्तर

(क) शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं। (संज्ञा आश्रित उपवाक्य)

(ख) जिसके सहारे शहनाई को फूँका जाता है। (विशेषण आश्रित उपवाक्य)
(ग) जो डुमराँव में मुख्यत: सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है। (विशेषण आश्रित उपवाक्य)
(घ) कभी खुदा यूँ ही उन पर मेहरबान होगा। (संज्ञा आश्रित उपवाक्य)
(ङ) जिसकी गमक उसी में समाई है। (विशेषण आश्रित उपवाक्य)
(च) पूरे अस्सी बरस उन्होंने संगीत को संपूर्णता व एकाधिकार से सीखने की जिजीविषा को अपने भीतर जिंदा रखा। (संज्ञा आश्रित उपवाक्य)

12. निम्नलिखित वाक्यों को मिश्रित वाक्यों में बदलिए-

(क) इसी बालसुलभ हँसी में कई यादें बंद हैं।
(ख) काशी में संगीत आयोजन की एक प्राचीन एवं अद्भुत परंपरा है।
(ग) धत्! पगली ई भारतरत्न हमको शहनईया पे मिला है, लुंगिया पे नाहीं।
(घ) काशी का नायाब हीरा हमेशा से दो कौमों को एक होकर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा।

उत्तर

(क) यह वही बालसुलभ हँसी है जिसमें कई यादें बंद हैं।

(ख) काशी में संगीत का आयोजन होता है जो कि एक प्राचीन एवं अद्भुत परंपरा है।
(ग) धत्! पगली ई भारतरत्न हमको लुंगिया पे नाहीं, शहनईया पे मिला है, ।
(घ) यह जो काशी का नायाब हीरा है वह हमेशा से दो कौमों को एक होकर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा।

Kritika पाठ 2 जॉर्ज पंचम की नाक
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kritika पाठ 2 जॉर्ज पंचम की नाक
Kritika पाठ 3 साना साना हाथ जोड़ि
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kritika पाठ 3 साना साना हाथ जोड़ि
Kritika पाठ 4 एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा!
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kritika पाठ 4 एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा!
Kritika पाठ 5 मैं क्यों लिखता हूँ?
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kritika पाठ 5 मैं क्यों लिखता हूँ
Kshitiz पाठ 10 नेताजी का चश्मा स्वयं प्रकाश
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 10 नेताजी का चश्मा स्वयं प्रकाश
Kshitiz पाठ 11 बालगोबिन भगत रामवृक्ष बेनीपुरी
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 11 बालगोबिन भगत रामवृक्ष बेनीपुरी
Kshitiz पाठ 12 लखनवी अंदाज़ यशपाल
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 12 लखनवी अंदाज़ यशपाल
Kshitiz पाठ 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
Kshitiz पाठ 14 एक कहानी यह भी मन्नू भंडारी
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 14 एक कहानी यह भी मन्नू भंडारी
Kshitiz पाठ 15 स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन महावीरप्रसाद द्विवेदी
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 15 स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन महावीरप्रसाद द्विवेदी
Kshitiz पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र
Kshitiz पाठ 17 संस्कृति भदंत आनंद कौसल्यायन
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 17 संस्कृति भदंत आनंद कौसल्यायन
Kshitiz पाठ 2 राम लक्ष्मण परशुराम संवाद तुलसीदास
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 2 राम लक्ष्मण परशुराम संवाद तुलसीदास
Kshitiz पाठ 3 सवैया और कवित्त देव
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 3 सवैया और कवित्त देव
Kshitiz पाठ 4 आत्मकथ्य जयशंकर प्रसाद
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 4 आत्मकथ्य जयशंकर प्रसाद
Kshitiz पाठ 5 उत्साह और अट नहीं रही सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 5 उत्साह और अट नहीं रही सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
Kshitiz पाठ 6 यह दंतुरहित मुस्कान और फसल नागार्जुन
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 6 यह दंतुरहित मुस्कान और फसल नागार्जुन
Kshitiz पाठ 7 छाया मत छूना गिरिजाकुमार माथुर
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 7 छाया मत छूना गिरिजाकुमार माथुर
Kshitiz पाठ 8 कन्यादान ऋतुराज
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 8 कन्यादान ऋतुराज
Kshitiz पाठ 9 संगतकार मंगलेश डबराल
NCERT Solutions Class 10 Hindi Kshitiz पाठ 9 संगतकार मंगलेश डबराल
Sanchyan पाठ 2 सपनों के-से दिन
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sanchyan पाठ 2 सपनों केसे दिन
Sparsh पाठ 11 डायरी का एक पन्ना
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 11 डायरी का एक पन्ना
Sparsh पाठ 12 तताँरावामीरो कथा
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 12 तताँरावामीरो कथा
Sparsh पाठ 13 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 13 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र
Sparsh पाठ 15 अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 15 अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
Sparsh पाठ 16 पतझर में टूटी पत्तियाँ
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 16 पतझर में टूटी पत्तियाँ
Sparsh पाठ 5 पर्वत प्रदेश में पावस
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 5 पर्वत प्रदेश में पावस
Sparsh पाठ 6 मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh पाठ 6 मधुरमधुर मेरे दीपक जल

More Study Material

NCERT Solutions Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

NCERT Solutions Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र is available on our website www.studiestoday.com for free download in Pdf. You can read the solutions to all questions given in your Class 10 Hindi textbook online or you can easily download them in pdf.

पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi NCERT Solutions

The Class 10 Hindi NCERT Solutions पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र are designed in a way that will help to improve the overall understanding of students. The answers to each question in पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र of Hindi Class 10 has been designed based on the latest syllabus released for the current year. We have also provided detailed explanations for all difficult topics in पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 chapter of Hindi so that it can be easier for students to understand all answers.

NCERT Solutions पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi

Class 10 Hindi NCERT Solutions पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र is a really good source using which the students can get more marks in exams. The same questions will be coming in your Class 10 Hindi exam. Learn the पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र questions and answers daily to get a higher score. पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र of your Hindi textbook has a lot of questions at the end of chapter to test the students understanding of the concepts taught in the chapter. Students have to solve the questions and refer to the step-by-step solutions provided by Hindi teachers on studiestoday to get better problem-solving skills.

पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 NCERT Solution Hindi

These solutions of पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र NCERT Questions given in your textbook for Class 10 Hindi have been designed to help students understand the difficult topics of Hindi in an easy manner. These will also help to build a strong foundation in the Hindi. There is a combination of theoretical and practical questions relating to all chapters in Hindi to check the overall learning of the students of Class 10.

Class 10 NCERT Solution Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

NCERT Solutions Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र detailed answers are given with the objective of helping students compare their answers with the example. NCERT solutions for Class 10 Hindi provide a strong foundation for every chapter. They ensure a smooth and easy knowledge of Revision notes for Class 10 Hindi. As suggested by the HRD ministry, they will perform a major role in JEE. Students can easily download these solutions and use them to prepare for upcoming exams and also go through the Question Papers for Class 10 Hindi to clarify all doubts

Where can I download latest NCERT Solutions for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

You can download the NCERT Solutions for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र for latest session from StudiesToday.com

Can I download the NCERT Solutions of Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र in Pdf

Yes, you can click on the link above and download NCERT Solutions in PDFs for Class 10 for Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

Are the Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र NCERT Solutions available for the latest session

Yes, the NCERT Solutions issued for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र have been made available here for latest academic session

How can I download the पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi NCERT Solutions

You can easily access the links above and download the पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 NCERT Solutions Hindi for each chapter

Is there any charge for the NCERT Solutions for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

There is no charge for the NCERT Solutions for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र you can download everything free

How can I improve my scores by reading NCERT Solutions in Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र

Regular revision of NCERT Solutions given on studiestoday for Class 10 subject Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र can help you to score better marks in exams

Are there any websites that offer free NCERT solutions for पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi

Yes, studiestoday.com provides all latest NCERT पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi solutions based on the latest books for the current academic session

Can NCERT solutions for Class 10 Hindi पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र be accessed on mobile devices

Yes, studiestoday provides NCERT solutions for पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Class 10 Hindi in mobile-friendly format and can be accessed on smartphones and tablets.

Are NCERT solutions for Class 10 पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Hindi available in multiple languages

Yes, NCERT solutions for Class 10 पाठ 16 नौबतखाने में इबादत यतींद्र मिश्र Hindi are available in multiple languages, including English, Hindi