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Class 5 Hindi Apathit Gadyansh Unseen Passage
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Apathit Gadyansh for Class 5
अपठित गद्यांश
क्रिकेट एक घर के बाहर खेला जाने वाला खेल है जिसे खासतौर से बच्चे बहुत पसंद करते है और अपने युवा दिनों में एक अच्छा क्रिकेटर बनने का सपना देखते है। ये एक बड़े खुले मैदान में बल्ले और बॉल के इस्तेमाल से खेला जाता है। ये दो टीमों के मध्य खेला जाता है जिसमें 11-11 खिलाड़ी होते है। इसे एक 22 गज के लंबे आयताकार पिच के मैदान के एक केन्द्र में खेला जाता है। बल्लेबाजी करने के दौरान इसका इस्तेमाल बल्लेबाज रन लेने के लिये करता है और पारी के रुप में रन प्राप्त करने की कोशिश करता है।
दोनों टीमों में से एक टीम गेंदबाज और दूसरी टीम बल्लेबाज कहलाती है। बल्लेबाज का विकेट लेने के लिये गेंदबाज गेंद को बल्ले से दूर फेंकने का प्रयास करता है। एक बल्लेबाज़ तब तक बल्लेबाज़ी करता है जब तक वो कोई गलती करके आउट न हो जाए। जो कोई भी टीम बैटिंग शुरु करती है वो तब तक बैटिंग करती है जब तक कि उसके 10 बल्लेबाज़ आउट न हो जाए या 6 बॉल के ओवर के निश्चित संख्या पूरी न हो जाए।
अपठित गद्यांश के आधार पर निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये :
(क) क्रिकेट कहा खेला जाता हैं ?
(ख) क्रिकेट कितने खिलाड़ियों के बीच खेला जाता हैं ?
(ग) बल्लेबाज कब तक बल्लेबाजी करता हैं?
(घ) क्रिकेट के खेल में एक टीम कब तक बैटिंग कर सकती हैं?
(ड) गद्यांश का उचित शीर्षक|
अपठित गद्यांश के आधार पर निम्न प्रश्नो के उत्तर :-
(क) क्रिकेट घर के भर खेला जाना वाला खेल हैं |
(ख) क्रिकेट में दो टीम होती हैं और दोनों टीमों में कुल 11 - 11 खिलाडी होते हैं|
(ग) बल्लेबाज तब तक बल्लेबाजी करता हैं, जब तक कि वह कुछ गलती कर के आउट न हो जाये |
(घ) एक टीम तब तक बैटिंग कर सकती हैं जब तक कि जब तक कि उसके 10 बल्लेबाज़ आउट न हो जाए या 6 बॉल के ओवर के निश्चित संख्या पूरी न हो जाए।
(ड) 'क्रिकेट कि दुनिया'
Discursive Passage Hindi for Class 5
अपठित गद्यांश
फटेहाल है क्यों मजदूर|
सेठ पड़ा मस्ती में चूर|
वह सोने की भस्म फाख्ता||
वो फैंको को है मजबूर|
दिन-दिन भर वो हाड़ तुड़ाये|
फिर भी पेट को न भर न पाए|
बच्चों को किस तरह पढ़ाई|
सुविधाओं से कोसों दूर||
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) मजदूर फटेहाल क्यों हैं?
(ख) कौन सोने की भस्म फांकता है और क्यों?
(ग) फाको को मजबूर कौन है और क्यों?
(घ) दिन-भर परिश्रम करने के बाद भी मजदूर बेचारा क्यों है?
(ड़) इस कविता का उचित शीर्षक लिखिए
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) मजदूर फटेहाल इसलिए है क्योंकि वह दिन भर मजदूरी करता है पर उससे उसके बदले उचित मजदूरी प्राप्त नहीं होती है|
(ख) सेठ सोने की भस्म फांकता है क्योंकि वह दिन भर आराम से बैठा रहता है और मजदूरों से काम करवाता है जिसके बदले में उन्हें उचित वेतन भी नहीं देता है|
(ग) फाको को मजबूर मजदूर है क्योंकि वह दिन भर मेहनत करता है|
(घ) दिन-भर परिश्रम करने के बाद भी मजदूर मजबूर इसलिए है क्योंकि वह अपने बच्चों को ढंग से पढ़ा लिखा नहीं पाता है|
(ड़) ‘मज़दूर’ इस कविता का उचित शीर्षक||
Apathit Gadyansh with multiple choice questions for Class 5
अपठित पद्यांश
आओ हम सब झूला झूले
ऊंचे चढ़कर नभ को छू ले
दुख - उदासी को हम भूले
खुशियों की हर कलियाँ चुन ले
नई बहारे आएँगी
सबका मन हर्षाएंगी
दुख को दूर भगाएंगी
भर - भर खुशियां लायेंगी ||
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) झूला - झूलने से मन में क्या परिवर्तन होगा ?
(ख) नई बहरो के आने पर क्या होगा ?
(ग) ‘उदासी’ शब्दों में से प्रत्यय और मूल शब्द अलग अलग करके लिखिए |
(घ) ‘नभ’ शब्द के कोई तीन पर्यायवाची लिखिए |
(ड़) उपयुक्त पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) झूला झूलने से हम सभी सभी दुखो और उदासी को भूल कर ऊंचे आसमान को छू लेंगे और ख़ुशीयो को चुन लेंगे |
(ख) नई बहरो के आने पर हमारा मन हर्षित होगा अर्थात खुश होगा |
(ग) ‘उदासी’ शब्दों में प्रत्यय- ई, मूलशब्द- उदास |
(घ) ‘नभ’ शब्द के पर्यायवाची – गगन, आसमान, आकाश |
(ड़) पद्यांश का उचित शीर्षक ‘खुशियाँ’ है |
Apathit Gadyansh for Class 5 with answers pdf
अपठित पद्यांश
जीवन में आगे बढ़ना तो
सीखो नदी - पहाड़ों से |
सर्दी गर्मी धूप और वर्षा
रुकते नहीं ये आंधी से ||
कल - कल करती नदियां बहती
सब को खुशियां देती है |
कोई कूड़ा डाले तो भी वह
कुछ भी ना कहती है ||
अपने निर्णय पर अटल,
सदा खड़ा है पर्वत राज |
हवा अँधियाँ तूफ़ा आए
कभी न हिलता उसका ताज ||
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) आगे बढ़ने के लिए हमें किससे शिक्षा लेने के लिए कहा गया है ?
(ख) ‘धूप’ का विलोम शब्द है |
(ग) पर्वत राज से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
(घ) ‘खुशियां’ शब्द में प्रत्यय है |
(ड़) पद्यांश को एक सुंदर शीर्षक दीजिए
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) आगे बढ़ने के लिए हमें नदी - पहाड़ों से शिक्षा लेने के लिए कहा गया है |
(ख) ‘धूप’ का विलोम शब्द ‘छांव’ है |
(ग) पर्वत राज से हमें अटल रहने की शिक्षा मिलती है |
(घ) ‘खुशियां’ शब्द में प्रत्यय- या है |
(ड़) पद्यांश का उचित शीर्षक ‘अटल निर्णय’ है |
Short Apathit Gadyansh Class 5 with questions and answers
अपठित पद्यांश
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
आज सिंधु ने विष उगला है
लहरों का यौवन मचला है
आज हृदय में और सिंधु में
साथ उठा है ज्वार
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
लहरों के स्वर में कुछ बोलो
इस अंधड़ में साहस तोलो
कभी-कभी मिलता जीवन में
तूफानों का प्यार
तूफान की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) विष किसने उगला है ?
(ख) ‘विष’ का विलोम शब्द लिखिए |
(ग) जीवन में कभी-कभी क्या मिलता है ?
(घ) ‘नाविक’ शब्द में से प्रत्यय और मूल शब्द अलग - अलग करके लिखिए |
(ड़) उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) सिंधु ने विष उगला है |
(ख) ‘विष’ का विलोम शब्द ‘अमृत’ है |
(ग) जीवन में तूफानों का प्यार कभी - कभी मिलता है |
(घ) ‘नाव’ मूलशब्द है, और ‘इक’ प्रत्यय है |
(ड़) पद्यांश का उचित शीर्षक है- ‘तूफानों की ओर’
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
आज सिंधु ने विष उगला है
लहरों का यौवन मचला है
आज हृदय में और सिंधु में
साथ उठा है ज्वार
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
लहरों के स्वर में कुछ बोलो
इस अंधड़ में साहस तोलो
कभी-कभी मिलता जीवन में
तूफानों का प्यार
तूफान की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) विष किसने उगला है ?
(ख) ‘विष’ का विलोम शब्द लिखिए |
(ग) जीवन में कभी-कभी क्या मिलता है ?
(घ) ‘नाविक’ शब्द में से प्रत्यय और मूल शब्द अलग - अलग करके लिखिए |
(ड़) उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) सिंधु ने विष उगला है |
(ख) ‘विष’ का विलोम शब्द ‘अमृत’ है |
(ग) जीवन में तूफानों का प्यार कभी - कभी मिलता है |
(घ) ‘नाव’ मूलशब्द है, और ‘इक’ प्रत्यय है |
(ड़) पद्यांश का उचित शीर्षक है- ‘तूफानों की ओर’ |
Case based factual Passage for Class 5
अपठित पद्यांश
देश हमारा सब से प्यारा
ऊंची इस की शान है |
ऊंचे पर्वत बहती नदियां
सब देशों में महान है |
हिम गिरी इसका मुकुट सुशोभित
सागर चरण पखार रहा |
हर मौसम आता खुशियां ले
इसका रूप संवर रहा |
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) हिमगिरि किसका मुकुट है ?
(ख) प्रत्येक मौसम कैसे और किसका रूप संवारता है ?
(ग) ‘संशोभित’ शब्द में उपसर्ग क्या है ?
(घ) ‘मुकुट’ का पर्याय क्या है ?
(ड़) उपयुक्त पद्यांश का उचित शीर्षक है ?
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) हिमगिरि भारत का मुकुट है |
(ख) प्रत्येक मौसम खुशियां लाकर भारत का रूप संवरता है |
(ग) ‘सु’ उपसर्गहै |
(घ) ‘मुकुट’ कापर्याय ‘ताज’ है |
(ड़) इस पद्यांश का शीर्षक ‘मेरा भारत महान’ है |
Apathit Gadyansh for Class 5 with answers
अपठित गद्यांश
वर्तमान काल को विज्ञापन का युग माना जाता है| समाचार - पत्रों के अतिरिक्त रेडियो और टेलीविजन भी विज्ञापन के सफल साधन है| विज्ञापन का मूल उद्देश्य उत्पादक और उपभोक्ता में सीधा संपर्क स्थापित करना होता है| जितना अधिक विज्ञापन किसी पदार्थ का होगा, उतनी ही उसकी लोकप्रियता बढ़ेगी| इन विज्ञापनों पर धन तो अधिक व्यय होता है परंतु इसमें बिक्री बढ़ जाती है| ग्राहक जब इन आकर्षक विज्ञापनों को देखता है, तो वह उस वस्तु - विशेष के प्रति आकृष्ट होकर उस वस्तु को खरीदने के लिए बाध्य हो जाता है|
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) वर्तमान युग में विज्ञापन के कौन-कौन से तीन साधन है?
(ख) उत्पादक विज्ञापनों पर धन व्यय क्यों करता है?
(ग) विज्ञापनों का ग्राहक के ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है?
(घ) ‘विज्ञापन’ शब्द में उपसर्ग क्या है?
(ड़) ‘बाध्य’ का क्या अर्थ है?
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) वर्तमान युग में समाचार पत्र, रेडियो और टेलीविजन विज्ञापन के मुख्य साधन है|
(ख) उत्पादक विज्ञापनों पर धन व्यय अपनी वस्तु की बिक्री बढ़ाने के लिए करता है|
(ग) ग्राहक उस वस्तु को देखकर आकर्षित हो जाता है और फिर उसे खरीदने के लिए बाध्य होता है|
(घ) ‘विज्ञापन’ शब्द में 'वि' उपसर्ग है|
(ड़) ‘बाध्य’ का अर्थ ‘मजबूर’ है|
Discursive Passage Hindi for Class 5
अपठित पद्यांश
फूलों से नित हंसना सीखो,
भंवरो से नित गाना |
तरु की झुकी डालियों से,
नित सीखो शीश झुकाना ||
नदियों की धारा से सीखो,
हरदम बहते रहना |
और धुएं धुएं से सीखो बच्चो,
ऊंचे ही पथ चढ़ना ||
निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिये |
(क) हमें हंसना - गाना किससे सीखना चाहिए ?
(ख) ‘फूल’ के दो पर्याय लिखिए ?
(ग) ‘हरदम बहते रहने’ का अर्थ है ?
(घ) ‘चढ़ना’ शब्द का भाववाचक संज्ञा होगा ?
(ड़) प्रस्तुत पद्यांश का शीर्षक है ?
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) हमें हंसना गाना फूलों और भंवरो से सीखना चाहिए |
(ख) फूल शब्द का पर्याय- पुष्प, प्रसून
(ग) हरदम बेहतर रहने का अर्थ ‘निरंतर प्रयास’ करना है |
(घ) चढ़ना शब्द का भाववाचक संज्ञा- ‘चढ़ाई’ होगा |
(ड़) प्रस्तुत पद्यांश का उचित शीर्षक ‘सीख’ है |
Apathit Gadyansh with multiple choice questions for Class 5
अपठित पद्यांश
समय बहुत ही मूलयवान है, व्यर्थ कभी मत खोना,
चला गया जो समय लौटकर, कभी नहीं फिर आता |
धन खो जाता, श्रम करने से फिर मनुष्य है पाता |
विद्या खो जाती, फिर भी पढ़ने से है आ जाती
लेकिन को जाने से मिलती नहीं समय की पति||
निम्न प्रश्नो का उत्तर दीजिये |
(क) कवी किसके व्यर्थ में खोने के लिए मना कर रहा है ?
(ख) 'मूलयवान' शब्द में प्रत्यय है ?
(ग) लौटकर वापस क्या नहीं आता है ?
(घ) धन और विद्या वापस किस प्रकार मिलजाती है ?
(ड़) उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए?
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) कवी समय को व्यर्थ में न खोने के लिए कह रहा है |
(ख) 'मूलयवान' शब्द में प्रत्यय- वान |
(ग) समय लौटकर वापस नहीं आता है |
(घ) धन खो जाने पर श्रम करके कमा लिया जाता है, और विद्या वापस पढ़ने से आ जाती है |
(ड़) उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्षक- समय |
Short Apathit Gadyansh Class 5 with questions and answers
अपठित गद्यांश
वर्तमान समय में, समाचार पत्र की क्रान्ति पूरे विश्व में फैल गई हैं। आजकल, सभी अपने ज्ञान के बारे में अधिक जागरुक हो गए हैं। नियमित रुप से अखबार पढ़ना बहुत अच्छी आदत है। हम सभी को भी अपने जीवन में अखबार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। यह हमें आधुनिक तरीकों और परम्पराओं के बारे में जानकारी देता है। यह हमें स्कूलों, कॉलेजों, न्यायालयों, नीतियों, कार्यालयों, होटलों, रेस्तराओं और बाजारों आने वाली अन्य नई चीजों के बारे में जानकारी देता है।
समाचार पत्र सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है, जो सभी धर्म, जाति या जनजाति के द्वारा प्रयोग किया जाता है। यह हमारे स्कूल प्रोजैक्ट्स (परियोजनाओं) और ग्रह कार्यों को करने में मदद करता है। यह हमें शोधों, नई तकनीकियों, बाजार के ऊतार-चढ़ाव, और अन्य चीजों के बारे में जानकारी देता है। ब्रांड और भुगतान के अनुसार, समचार पत्र और पत्रिकाएं बहुत प्रकार के होते हैं। जिनमें देश विदेश की सभी तरह की सूचनाओं का संग्रह होता है।
निम्न प्रश्नो का उत्तर दीजिये |
(क) अच्छी आदत क्या है?
(ख) समाचार पत्र कई की जानकारी देता है?
(ग) समाचार पत्र हमारी किस प्रकार मदद करता है?
(घ) समाचार पत्र क्या है ?
(ड) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए|
उपरोक्त पद्यांश के संभावित उत्तर:-
(क) नियमित रुप से अखबार पढ़ना बहुत अच्छी आदत है।
(ख) समाचार पत्र हमें आधुनिक तरीकों और परम्पराओं के बारे में जानकारी देता है।
(ग) यह हमारे स्कूल प्रोजैक्ट्स (परियोजनाओं) और ग्रह कार्यों को करने में मदद करता है।
(घ) जिनमें देश विदेश की सभी तरह की सूचनाओं का संग्रह होता है।
(ड) समाचार पत्र का महत्व
Case based factual Passage for Class 5
अपठित गद्यांश
बसंत ऋतु के आगमन का समय हेमंत ऋतु के बाद होता है | चैत्र और वैशाख ये दोनों मास वसंत ऋतु के होते है | वसंत ऋतु में न तो गर्मी होती है, न ही सर्दी | मौसम बहुत सुहावना होता है | प्रक्रति की सुंदरता अपनी चरम सीमा पर होती है | पेड-पौधे नए पत्त्तों और रंग- बिरंगे फूलों से सज जाते है | भीनी - भीनी खुशबु लिए हवा चलती है | रंग - बिरंगी तितलियाँ फूलों पर मड़राती हुई दिखाई देती है | आम के वृक्षों पर बेर आ जाते है | कोयल का मधुर स्वर बागो में गूंजने लगता है | प्रक्रति मनो खिल उठती है |
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) वसंत ऋतु कब आती है ?
(ख) 'गर्मी ' और 'कटु' शब्द के विलोम शब्द ऊपर दिए गए अनुछेद मे से ढूंढकर लिखिए |
(ग) 'तितलियाँ', ' पौधे', 'रंग - बिरंगे' शब्दों का एकवचन रूप लिखिए |
(घ) ऊपर दिए गए अनुछेद में से कोई पांच संज्ञा शब्द ढूंढकर लिखिए |
(ड़) उपर्युक्त अनुछेद का उचित शीर्षक लिखिए |
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) वसंत ऋतु हेमंत ऋतु के बाद आती है |
(ख) 'गर्मी ' शब्द का विलोम - 'सर्दी' और 'कटु' शब्द के विलोम - 'मधुर' |
(ग) 'तितलियाँ' शब्द का एकवचन रूप - 'तितली' , ' पौधे' शब्द का एकवचन रूप - पौधा, 'रंग - बिरंगे' शब्द का एकवचन रूप- ' रंग-बिरंगी' |
(घ) ऋतु, हेमंत, गर्मी, पेड-पौधे और तितलियाँ |
(ड़) उपर्युक्त अनुछेद का उचित शीर्षक- वसंत ऋतु |
Apathit Gadyansh for Class 5 with answers
अपठित गद्यांश
ईश्वरचंद्र विद्यासागर बंगाल के प्रसिद्ध विद्वान थे| एक दिन रेलगाड़ी से कहीं से आ रहे थे| जब वे स्टेशन पर उतरे तो उन्होंने देखा कि एक नवयुवक स्टेशन पर खड़ा था और कुली-कुली पुकार रहा था| स्टेशन छोटा था इसलिए वहां कोई कुली नहीं था| ईश्वरचंद्र को यह देखकर आश्चर्य हुआ की युवक के पास भारी सामान नहीं था बल्कि एक छोटा सा सूटकेस था| युवक के पास पहुंचे और बोले लाइए आपका सामान उठा देता हूं| युवक यहां ईश्वरचंद्र विद्यासागर से ही मिलने आया था| ईश्वरचंद्र ने धोती कुर्ता पहन रखा था इसलिए युवक उन्हें पहचान न पाया स्टेशन से बाहर निकलने पर युवक ने उन्हें कुछ पैसे दिए मगर ईश्वरचंद्र ने नहीं दिए युवक को लगा शायद पैसे कम है इसलिए यह व्यक्ति उन्हें लेने से इंकार कर रहा है| उसने अधिक पैसे देने चाहे पर ईश्वरचंद्र बोले मैंने आपका सूटकेस पैसों के लिए नहीं उठाया| मैंने तो बस आपकी सहायता की है| अगले दिन युवक ईश्वरचंद से मिलने पहुंचा तो उन्हें देखकर हैरान रह गया उसे अपने पर बहुत शर्म आ रही थी उसने ईश्वरचंद जी के चरणों में गिरकर क्षमा याचना की ईश्वरचंद ने कहा बेटे प्रतिज्ञा करो कि भविष्य में अपना कार्य स्वयं करोगे|
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) ईश्वरचंद्र कौन थे?
(ख) ‘प्रसिद्ध’ शब्द में उपसर्ग है?
(ग) युवक वहां किससे मिलने आया था?
(घ) ईश्वरचंद्र ने युवक से क्या प्रतिज्ञा करवाई?
(ड़) ‘विद्वान’ शब्द का स्त्रीलिंग रूप होगा?
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) ईश्वरचंद प्रसिद्ध विद्वान थे|
(ख) प्रसिद्ध शब्द में ‘प्र’ उपसर्ग है|
(ग) युवक वहां ईश्वरचंद्र विद्यासागर से मिलने आया था|
(घ) ईश्वरचंद्र ने युवक से प्रतिज्ञा करवाई की बेटे प्रतिज्ञा करो कि भविष्य में अपना कार्य स्वयं करोगे|
(ड़) विद्वान शब्द का स्त्रीलिंग रूप ‘विदुषी’ होगा|
Apathit Gadyansh for Class 5 with questions and answers pdf
अपठित गद्यांश
मनुष्य सभी जीवो में श्रेष्ठ माना जाता है | उसके शरीर की बनावट ने उसे श्रेष्ट बनाया है | उसका मस्तिष्क एक जादू की दुनिया के समान है; वह जो चाहे कर सकता है | परंतु संसार में कुछ ऐसे मनुष्य भी हैं जिनकी शारीरिक आकृति तो हम सब के समान है, परंतु मस्तिष्क का विकास पूरी तरह नहीं हो पाया है | इस कारण वह सभी कार्य हमारी तरह नहीं कर पाते | उनका उठना – बैठना, पढ़ना – लिखना आदि सभी कुछ पूरी तरह से उनके नियंत्रण में नहीं होता| उनका व्यवहार असामान्य - सा लगता है| परंतु उसमें भी भावनाएं और विचार होते हैं| अतः हमें उनके प्रति अपने विचारों में परिवर्तन लाना होगा | कई बार देखा गया है कि बच्चे ऐसे लोगों का मजाक बनाते हैं | हंसते हैं और बुरा व्यवहार करते हैं | हमें इस धारणा को बदलना होगा|
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) मनुष्य को श्रेष्ठ किसने बनाया है ?
(ख) मनुष्य का मस्तिष्क किसके समान है ?
(ग) ‘शारीरिक’ शब्द में से प्रत्यय और मूल शब्द अलग अलग करके लिखिए |
(घ) हमें अपनी सोच में किस प्रकार का परिवर्तन लाना चाहिए ?
(ड़) उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) मनुष्य की शरीर की बनावट ने उसे श्रेष्ठ बनाया है|
(ख) उसका मस्तिष्क एक जादू की दुनिया के समान है |
(ग) ‘शारीरिक’ शब्द में प्रत्यय- ‘इक’ और मूलशब्द- शरीर |
(घ) कई बार हम ऐसे लोगो का मज़ाक बनाते है, हँसते है, और बुरा वहवर करते है हमे इस धारणा को बदलना होगा|
(ड़) शीर्षक - मनुष्य का मस्तिष्क||
Apathit Gadyansh with questions and answers for Class 5
अपठित गद्यांश
चिड़ियाघर में तरह-तरह के जानवरों को देखकर मेरे मन में अनेक सवाल उठते हैं | यह बेजुबान अपने बंधनों की कहानी किसी को बता भी नहीं सकते, न जाने कब से यहां रह रहे हैं | कभी - कभी मुझे लगता है कि उनकी आंखों से आंसू बह रहे हैं | ये सभी जीव अपनी इच्छा के अनुसार नहीं रह पाते इनके लिए जो वातावरण प्रकृति में सुखकर है, वह चिड़ियाघर में नहीं मिल पाता| इन जीवो ने हमारी धरती को सुंदर और सुखद बनाया है | शेर, चीता, भालू, बंदर, खरगोश, सांप, मगरमच्छ तथा मछलिया जल- थल की शोभा है | रंग - बिरंगे पक्षी, तितलियां, भवरे आदि से केवल शोभा ही नहीं बढ़ती, यह हम सभी के लिए उपयोगी है | हमें जीवो की रक्षा करनी चाहिए | यदि हम इन जीवों पर अत्याचार करेंगे, तो प्रकृति भी हमसे नाराज हो जाएगी |
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) जल थल की शोभा किनसे है|
(ख) चिड़ियाघर के जानवरों को देखकर मन में क्या-क्या सवाल उठते हैं ?
(ग) इन जीवों को चिड़ियाघर में क्यों नहीं रखना चाहिए ?
(घ) ‘पक्षी’ शब्द के कोई दो पर्यायवाची शब्द लिखिए|
(ड़) ‘प्रकृति’ शब्द में प्रत्यय लिखिए|
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) शेर, चीता, भालू, बंदर, खरगोश, सांप, मगरमच्छ तथा मछलिया जल- थल की शोभा है |
(ख) चिड़ियाघर के जानवरों को देखकर मन में यह सवाल उठता है की ये बेजुबान जानवर अपने बंधनो की कहानी किसी को बता भी नहीं सकते एवं न जाने कब से यहाँ रह रहे होंगे |
(ग) जीवों को चिड़ियाघर में नहीं रखना चाहिए क्योकि रंग - बिरंगे पक्षी, तितलियां, भवरे आदि से केवल शोभा ही नहीं बढ़ाते, यह हम सभी के लिए उपयोगी भी है |
(घ) ‘पक्षी’ शब्द के पर्यायवाची है – पंछी, खग है |
(ड़) ‘प्रकृति’ शब्द में प्रत्यय – इत|
Apathit Gadyansh for Class 5 pdf with answers
अपठित गद्यांश
मनुष्य ने जब पहली बार आग जलाना सीखा था, तो वह एक बहुत बड़ा अविष्कार था| आज तो हमारे पास आग जलाने के अनेक साधन है परंतु उस युग में न तो साधन थे और न हीं समझ थी| माना जाता है, कि मनुष्य ने चकमक के पत्थरों को टकराकर उनके घर्षण से आग जलाई होगी| यह कार्य जिसने भी किया था| वह एक महान मानव था| उसमें यह गुण जन्म से ही स्वयं भूत था अर्थात ऐसा गुण जिसके लिए कहीं बाहर से शिक्षा ले लेनी पड़े वास्तव में शिक्षा तो वही है जो हमारे भीतर छिपे हुए आती है हो सकता है कि किताबी ज्ञान से जोड़ने वाला बालक संसार में ऐसे अनेक उदाहरण हैं हम सभी को अपने गुणों का विकास करते रहना चाहिए|
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर लिखिए-
(क) ‘पत्थर’ शब्द का अर्थ है?
(ख) शिक्षा किसे कहते हैं?
(ग) पहली बार आग जलाने के लिए किसका प्रयोग किया गया?
(घ) ‘वह एक महान मानव था |’ इसमें विशेषण शब्द है|
(ड़) उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक है|
उपरोक्त गद्यांश के संभावित उत्तर-
(क) पत्थर शब्द का अर्थ है - पाषाण |
(ख) शिक्षा का अर्थ हैं जो अंदर छिपे गुणों को बाहर ले आए|
(ग) पहली बार आग जलाने के लिए ‘चकमक पत्थर’ का प्रयोग किया गया था|
(घ) ‘वह एक महान मानव था’ वाक्य में विशेषण- मानव
(ड़) उपयुक्त गद्यांश का उचित शीर्षक अविष्कार है|
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